काल काल Kaal Kaal Lyrics - Laal Kaptaan

काल काल Kaal Kaal Lyrics - Laal Kaptaan
काल काल Kaal Kaal Lyrics - Laal Kaptaan
हेलो दोस्तों 
WWW.HINDITRACKS.INFO वेबसाइट मै आपका स्वागत है  हिंदी में काल का लिरिक्स, फ़िल्म लाला कप्तान से समीरा कोप्पिकर द्वारा गाया गया। लाहू का रंग कारा गीत साहिब द्वारा लिखा गया है, जिसे समीरा कोप्पिकर ने लिखा है। सैफ अली खान, मानव विज, ज़ोया हुसैन, दीपक डोबरियाल अभिनीत। संगीत लेबल इरोस।
गाना: लहू का रंग कारा
फिल्म: लाल कप्तान
गायक: समीरा कोप्पिकर
गीतकार: साहिब
संगीतकार: समीरा कोप्पिकर

Kaal Kaal Lyrics in Hindi

काल काल काल काल
जो सपाट चल रहा
वो काल काल काल काल है
काल काल काल काल
जो सपाट चल रहा
वो काल काल काल काल है
गोल गोल दुनिया में
गोल गोल सदियों में चल रही
वो अक ही मशाल है
काल काल काल काल
जो सपाट चल रहा
वो काल काल काल काल है
काल काल काल काल
जो सपाट चल रहा
वो काल काल काल काल है
आदमी तो बन्दर सा
बनके पर सिकंदर सा
आदमी तो बन्दर सा
बनके पर सिकंदर सा
नीतियों का दंभ रोज़ भरता है
पल में एक पीढ़ी है
उम्र एक सीढ़ी है
उम्र एक सीढ़ी है
चढ़ता रोज़ रोज़ ही फिसलता है
पर अहम् में जीता है
किस वहां में जीता है
रक्त में क्यूँ उसके ये उबाल है
काल काल काल काल
जो सपाट चल रहा
वो काल काल काल काल है
काल काल काल काल
जो सपाट चल रहा
वो काल काल काल काल है
ख़त्म ना होती है तेरी ये लालसा
जाने का समय तू भले है टालता
करेगा क्या मुरझाती इस खाल का
बस में ना है सब खेल है काल का
साया है काल का सारे ब्रह्माण्ड में
तीर विनाश का उसके कमान में
देता वो भर है साँसे वो प्राण में
प्रत्यक्ष खड़ा है उसके प्रमाण में
वो अजर है वो अमर है
वो अनादी अंत है
ग्रन्थ सारे धर्म सारे
उसका ही षड़यंत्र है
गाड़ा है छातियों में
समय का शूल है
उसको भूलना भूल है भूल है
सब इसी के मारे है
सब इसी से हारे है
इसको जीत ले वो महाकाल है
काल काल काल काल
जो सपाट चल रहा
वो काल काल काल काल है
काल काल काल काल
जो सपाट चल रहा
वो काल काल काल काल है



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